मैंने अपने पिछले आलेख
में इस समाचार को प्रकाशित किया था कि मेरी पुस्तकें Google Books Preview में पढ़ने के लिए उपलब्ध है|
यहां मैं यह सूचना दे रहा हूँ कि अब मेरी पुस्तकें Google
Play
पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं| इस आलेख के लिखने तक मेरी एक ही पुस्तक Google
Play
पर खरीदी जा सकती है| इस पुस्तक का नाम है “A Combo Volume on The Essays on Historiography of Modern India”| मई २०२० मेरी अन्य पुस्तकें भी Google Play पर बिकने के
लिए उपलब्ध होंगी| अभी भी उन्हें Pre-Order किया जा सकता है| उन सभी पुस्तकों का Google Preview उपलब्ध है|
Self-Publishing लेखक के लिए यह लाभदायक रहता है कि उस की
कृति ज्यादा से ज्यादा लोगों तक आसानी से पहुंचे| अब मेरी पुस्तकें Amazon और Google Play पर उपलब्ध होने पर मेरे लेखक होने के चरित्र में एक ऐसा ही
विस्तार आ गया है|
जानकार Self-Publishing की युक्तियों
को भलीभांति जानते हैं| जो अंग्रेज़ी भाषा में अभ्यस्त हैं उन के लिए भी इन बातों
को जान लेना सहज ही है|
मैं इसे
अपने अनुभव के आधार पर बता सकता हूँ कि हिंदी में लेखन और प्रकाशन करने की चाहत
रखने वाले पारम्परिक तरीकों के दायरे से बाहर निकल कर सोचने को तैयार ही नहीं हैं| काफी कुछ उन के सामने घट रहा है परन्तु जाने कैसी दिमागी
जड़ता से ग्रसित हैं कि कुछ विश्वासपात्रों की राय के बिना सवेक्षित और स्वैच्छिक निर्णय
लेने को तैयार ही नहीं चाहे खुद को लेखक कहलवाने की जिद हो|
जो पाठक मेरा अनुसरण करते
रहते हैं उन की जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश कर रहा हूँ|
अब तक मेरी ज्यादा तक
चर्चा Kindle Direct Publishing के माध्यम से Self-Publishing पर बनी रही है| अब मैंने Google Preview और Google Play की चर्चा करनी
शुरू की है|
Google Preview
आप books.google.com पर अगर किसी सिधान्त की यां किसी लेखक की
जानकारी प्राप्त करने का प्रयत्न करते हो (छात्र तो इस को अपने अध्ययन का हिस्सा
ही बना लें) आप को जो Results मिलते हैं वो
पुस्तकों के रूप में होते हैं| उन पुस्तकों को No Preview, Preview, Full View आदि वर्गों से चिह्नित किया होता है| जिन पुस्तकों का Preview जागृत होता है, पाठक उस के 30 से 60 पृष्ठ तक अपने browser यां Smartphone पर पढ़ सकता है| इस प्रकार के साक्षात्कार से पाठक की आप की पुस्तक में रुचि बढ़
सकती है| शायद पुस्तक के जितने पृष्ठ उसे पढ़ने को मिले, उन से ही उस की जरूरत पूरी
हो जाये| इस से एक सम्भावना तो यह बनती है कि पाठक आप की पुस्तक को उस में से
प्राप्त जानकारी के लिए याद रखे| अगर ऐसा होता है तो यह अपने आप में एक बहुत बड़ी
बात है| दूसरा यह भी हो सकता है कि वह निरीक्षण पुस्तक को खरीदने का आधार बन जाये|
मैंने बहुत सी पुस्तकें इसी विधि से खरीदीं हैं| इस की एक छवि निचे दी गई है|
Google Play पर आप पुस्तक को खरीद भी सकते हैं| इस के लिए
आप Smart Phone और Tablet के लिए app भी उतार सकते
हो| PC पर आप इसे अपने Browser में भी पढ़ सकते हो|
Browser Cookies जागृत करना:
एक पाठक ने शिकायत की थी
की उस ने Google Play से पुस्तक तो खरीदी है परन्तु वह उसे कभी खोल
नहीं पाया है|
अगर आप के Chrome browser में Cookies की शिकायत आती है तो आप
यह उपाय करें|
आप अपने Chrome Browser के menu में जायें| यह Chrome Browser के search panel के दाईं ओर तीन बिंदियों के रूप में होता है|
उन तीन बिंदियों को दबाते ही drop window खुलती है| उस में Settings में प्रवेश करें| Settings में Privacy and security section में site settings को खोलें|
Site Settings में प्रवेश करने के बाद उस में Permission के section में Cookies and site data खोलें.
Cookies and site data में Allow section के सामने का Add Button दबाएँ| जो window खुले उस में books.googleusercontent.com भर दें| अब जब
आप अपनी खरीदी हुई पुस्तक को अपनी gmail से जुडी
लाइब्रेरी से click करोगे तो वह उसी प्रकार
खुलेगी जैसा Kindle Software में दिखाई देता है| Android Smart Phone और Tablet में आप App उतार लें| 5.6 इंच की Screen पर भी PDF formatted पुस्तक को भी आप आसानी से पढ़ लोगे|
Google Play पर पुस्तक बेचने की विधि:
इस की चर्चा मैंने पहले भी करी है|
जिन्होंने मेरी
“
आप को play.google.com/books/publish पर जाकर अपना खाता खोलना है| जिन्होंने मेरी
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