Posts

Showing posts from May, 2020

क्या स्वयं प्रकाशन लाभदायक व्यवसाय हो सकता है? (भाग 2)

Image
इस लेख के शीर्षक पर आधारित श्रृंखला में यह दूसरा प्रकरण है| इस लेख में उन आँकड़ों पर चर्चा एवं व्याख्यान है जो पिछले एक साल में सामने आयें हैं| अगर आप पूछें, “चुनीलाल पिछले एक साल में क्या किया और शीर्षक में लिखे प्रश्न पर अब क्या कहना है?” तो उस की भी कथा है| पिछले दस महीनों में मैंने एक नया काम किया| मैंने अपनी पुस्तकों का प्रकाशन  Google   Play   Books  पर किया है |  अब मेरी पुस्तकें  Amazon  और  Google   Play   Books  पर भी उपलब्ध हैं|   पहले  Google   Play   Books  की कथा 28 मार्च, 2020 को मैंने अपनी पुस्तकें  Google   Play   Books  पर डालनी शुरू कीं| मेरे पास अपनी पुस्तकों का  manuscript  तो पहले से तैयार पड़ा था| वह पुस्तकें  Amazon  पर पहले से प्रकाशित थीं |  इस लिए, मुझे  Google   Play   Books  पर अपनी पुस्तकों का  Catalogue  बनाने में ज्यादा समय नहीं लगा| इस में केवल एक बंदिश से निकलने में समय लगा| मेरी पहली लिखी हुई पुस्तकें...

Kindle Select से जुड़ीं विषमताएं

यह लेख अनुभव के आधार पर लिखा एक संस्मरण है| इस लेख में अन्वेषण पर आधारित तथ्यों की व्याख्या नहीं है| इस लेख का संबंध Kindle Direct Publishing में Kindle Select योजना से है| Kindle Direct Publishing पर मैंने एक पुस्तक भी लिखी है जिस का शीर्षक है हिंदी में लिखी पुस्तक को प्रकाशितकरने की सुनहरी किताब . यह पुस्तक Amazon पर उपलब्ध है. इस का फेसबुक page भी है जिस पर आप यहाँ पर click कर के पहुँच सकते हैं. इस पुस्तक में मैंने Kindle Select Programme को अपनाने की पुर्जोर सिफारिश की है.   February 2020 में मैंने Google Partnership programme की सदस्यता प्राप्त कर ली. उस समय यह विचार सामने आया कि मैं Kindle के माध्यम से मुद्रित पुस्तकों को Google Play पर भी उपलब्ध करूं.   Kindle Select योजना की यह शर्त मुझे अच्छी तरह से मालूम थी कि जब तक Kindle Select में पुस्तक उपलब्ध है , उस पुस्तक को प्रकाशक यां लेखक किसी और ई-पटल खुद से ही नहीं उपलब्ध करा सकता. अगर लेखक या प्रकाशक ऐसा करना चाहता है तो उस के लिए उसे Kindle Select योजना को छोड़ना पड़ेगा| अगर उस योजना...